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________________ उदाहरणहं पडउ = हं पडमु/पडामु/पडिमु/पडेमु । सो/सा पडउ । (ग) निम्नलिखित भविष्यत्कालिक वाक्यों को दो प्रकार से शुद्ध कीजिए -- 1. सर्वनाम के अनुरूप क्रिया का शुद्ध रूप लगाइए। 2. क्रिया के अनुरूप पुरुषवाचक सर्वनाम का शुद्ध रूप लगाइए। 1. तुह उहिस्सं । 2. हं पडिहिसि । 3. सा कंपिहिमि । 4. अहं लज्जिस्सिमो । 5. तुं हसिहिह । 6. तुम्हे डरिहिमु । 7. अम्हे खेलिस्सघ । 8. तुम्भे मुच्छिस्सदे । 9. ता हा हिदि । 10. तुमं मरिहिम । 11. तुं कुल्लिस्सिमो। 12. अम्मि जुझिस्स इत्था । 13. हं खेलिहिह । 14. ताओ व्हाहिघ । 15. ताउ उज्जमिहिध । 16. वयं जग्गिस्सिह । 17. सो रूसिस्सिइरे। 18 ते ण्हाहिमि । 19. तुझे मुच्छिहिन्ति । 20. हं घुमिस्सिमु । उदाहरणतुह उद्विस्संतुहउट्ठिहिसि उद्विहिसे/उद्विस्ससि/उहिस्ससे उद्विस्सिसि/उट्ठिस्सिसे। अहं/हं/अम्मि उट्ठिस्सं । (घ) निम्नलिखित क्रियाओं के वचन के अनुरूप पुरुषवाचक सर्वनाम लिखिए1. ""यक्कमि 2. ' डरमो ..""पडमु 4. " उट्ठ 5. "कलहसे " मुच्छहि 7. " अच्छध 8 " मुच्छिहिह ." होम 10. "" कुल्लउ 11. ""जुज्झदु """उज्जमन्तु 13. " कंपसि 14. ' उल्लसेइ .."उच्छलए 16. 'लज्जीम 17. " मरिहिमि 18. "जुज्झिस्सिदे 19. ""जग्गिस्सध 20. "" ठाहिध 21. " उल्लस 22 '' जग्गहि 23. .." हादि 24. "मुच्छिहिन्ति प्राकृत अभ्यास सौरभ ] [ 37 Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002575
Book TitlePrakrit Abhyasa Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1997
Total Pages238
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size7 MB
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