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________________ 16. निम्नलिखित कृदन्तों का प्रयोग करते हुए प्राकृत के वाक्य बनाइए तथा उनका हिन्दी अनुवाद भी कीजिए । ये सभी कृदन्त विभक्ति चिह्नरहित हैं। 4 (इसमें चार कृदन्त पूछे जायेंगे) 17. निर्देशानुसार निम्नलिखित क्रियाओं के कृदन्त के रूप में किसी एक विकल्प का प्रयोग करते हुए प्राकृत एवं अपभ्रंश के वाक्य बनाइए । (इसमें दो क्रियाएं पूछी जायेंगी) 18. प्रेरणार्थक प्रत्ययों में से किसी एक का प्रयोग करते हुए निम्नलिखित वाक्यों का प्राकृत एवं अपभ्रंश में अनुवाद कीजिए । (इसमें दो वाक्य पूछे जायेगे) 19. निम्नलिखित क्यिों में से कृदन्त छांटिए और उनके नाम लिखिए। जहां आवश्यक हो वहां विभक्ति बताइए।' (इसमें दो वाक्य अपभ्रश व दो वाक्य प्राकृत के पूछे जायेंगे) 5 20. निम्नलिखित प्राकृत की क्रियाओं के काल, वचन और पुरुष लिखिए। (इसमें पाँच क्रियाएँ पूछी जायेंगी) 21. अपठित प्राकृत गछ पूछा जायेगा । 22. अपभ्रंश प्राकृत व्याकरण साहित्य पर प्रश्न पूछा जायेगा। 224 1 [ प्राकृत अभ्यास सौरम Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002575
Book TitlePrakrit Abhyasa Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1997
Total Pages238
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size7 MB
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