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(ख) प्राकृत रचना सौरभ के पाठ 17-18 के पादटिप्पणों में दिए गए निम्न नियमों
के अनुरूप निम्नलिखित वाक्यों की प्राकृत में रचना कीजिए
पाठ 17-नियम 4 1. मैं हंसा। 2. तुम हँसे । 3. वह हंसा। 4. हम सब छिपे। 5. तुम सब जीये। 6. वे सब रूसे । 8. वह जागी। 9. वे सब नाचीं। 10. मैं सोया ।
पाठ 18-नियम 4 (i) 11. मैं ठहरा । 12. हम सब हुए। 13. तुम नहाये । 14 तुम सब ठहरे । 15. वे सब नहाये।
उदाहरण - 1. मैं हंसा=अहं/हं/अम्मि हसित्था हसिसु । 11. मैं ठहरा=अह।हं/अम्मि ठाइत्था/ठाइंसु ।
(ग) निम्नलिखित क्रियाओं के वचन के अनुरूप पुरुषवाचक सर्वनाम लिखिए
1. ""णच्ची 4. " लुक्कित्था 7. .."सयित्था 10. ..हाही 13. ""होइंसु 16. "" सयीन
2. "" रूसी 5. ""जग्गीय 8. ""ठाहीन 11. ""हासी 14. ""हाहीम 17. " होहीम
"जीवीन 6. ""ठासी 9. ""होसी 12. .."होही 15. ""हसी 18. ""लुक्कीन
उदाहरणअहं अम्हे/तुमं/तुम्हे/सो/ते रगच्चीन ।
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[ प्राकृत अभ्यास मौरभ
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