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________________ अभ्यास-24 (क) निम्नलिखित क्रियाओं के भाववाच्य बनाइए। उनमें चारों कालों के अन्य पुरुष एकवचन के प्रत्यय लगाइए1. हस 2. गच्च 3. लुक्क 4. गल 5. हरिस 6. उल्लस उदाहरण भाववाच्य वर्तमानकाल विधि एवं प्रा. भूतकाल भविष्यत्काल हस हसिज्ज/ हसिज्जइ/ हसिज्जउ हसिज्जईन/ हसिहिइ/ हसीन हसीअइ/ हसीअउ/ हसीअई हसिहिए। हसिज्जए। हसिज्जदु/ हसिहिदि हसीए/ हसी प्रदु हसिहिदे हसिज्जदि/हसीअदि हसिज्जदे/हसीअदे (ख) निम्नलिखित वाक्यों को प्राकृत में रचना कीजिए। वाक्यों को बनाने के लिए संज्ञा व सर्वनाम में तृतीया एकवचन/बहुवचन का प्रयोग कीजिए । विभिन्न कालों को प्रकट करने के लिए क्रियाओं में भाववाच्य के प्रत्यय लगाने के पश्चात् अन्यपुरुष एकवचन के प्रत्यय लगाइए 1. राजा के द्वारा हंसा जाता है । 2. कमल के द्वारा खिला जाता है । 3. बहिन द्वारा जागा जाता है। 4. मेरे द्वारा नाचा जाता है । 5. तुम्हारे द्वारा कूदा जाता है । 6. उसके द्वारा उठा जाता है। 7 उस (स्त्री) के द्वारा प्रसन्न हुआ जाता है। 8. राजाओं के द्वारा प्रसन्न हुया जाता है। 9. कमलों द्वारा खिला जाता है । 10. बहिनों द्वारा जागा जाता है। 11 हमारे द्वारा नाचा जाता है । 12. तुम सब के द्वारा कूदा जाता है। 13. उसके द्वारा उठा जाता है । नोट – इस अभ्यास-24 को हल करने के लिए 'प्राकृत रचना सौरभ' के पाठ 47 ___ का अध्ययन कीजिए। 110 ] [ प्राकृत अभ्यास सौरम Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002575
Book TitlePrakrit Abhyasa Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1997
Total Pages238
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size7 MB
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