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जिनके
अमृततुल्य वात्सल्य एवं सरस शुभङ्कर आशीर्वाद को प्राप्त कर योगसाधना में प्रवृत्त होकर योगविद्या में कार्य करने की क्षमता पायी
उन्हीं राष्ट्रसन्त परम पूज्य उत्तरभारतीय प्रवर्तक गरुदेव श्री भण्डारी पद्मचन्द्र जी महाराज
कर कमलों में सभक्ति सविनय सादर
समर्पित
-सुव्रतमुनि शास्त्री
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