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खड्डुया (१/३८) ठोकर मारने दिगिंछा (२/२) क्षुधा वियडस्स
(२/४) प्रासुक जल अदु
(२/२३) अथवा जल्लं
(२/३७) स्वेद-जनित मैल बोक्कसो (३/४) बोक्कस (वर्णशंकर जाति) परज्झा (४/१३) परतंत्र बालग्गपोइयाओ (९/२४) चन्द्रशाला ओस
(१०/२) ओस अचियत्ते (११/९) अप्रीतिकर फोक्क (१२/६) उभरा हुआ मोटा नाक खलाहि
(१२/७) चला जा धणियं
(१३/२) प्रचुर उराला (१५/१४) ऊंचे स्वर में, भयंकर खिंसई (१७/४) निंदा करता है दवदवस्स (१७/८) द्रुतगति से अप्फोव (१८/५) लता कोत्थलो (१९/४०) वस्त्र का थैला
(१९/५६) रोझ मुसंढीहिं (१९/६१) मुसुण्डियों से (लोहमय गोल कांटों
से जटित दारुमय प्रहरण-विशेष)
(१९/७५) अनन्तर वल्लराणि (१९/८०) लता निकुंजों पोल्ले
(२०/४२) पोली अदुवा
(२१/१६) अथवा फणग
(२२/३०) कंघी संगोफं
(२२/३५) भुजाओं का परस्पर गुम्फन खलुंकिजं (उत्तराध्ययन सूत्र के २७ वें अध्ययन का नाम) अविनीत बैल संबंधी
रोज्झो
नवरं
उत्तराध्ययन की भाषिक संरचना
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