________________
क्र.सं. संज्ञा शब्द
219. सोहा
220. हणु
221. हणुवन्त
222. हथि
223. हरि 224. हुवह
प्राकृत रचना सौरभ ]
Jain Education International 2010_03
अर्थ
शोभा
ठोढी
हनुमान
हाथी
हरि
अग्नि
For Private & Personal Use Only
लिंग
स्त्री.
स्त्री.
पु.
पु.
पु.
पु.
पृष्ठ संख्या
77
135
61
127
121
61
[ 231
www.jainelibrary.org