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तीनों लिङ्गों में-अम्ह (मैं)
एकवचन
बहुवचन
प्रथमा
म्मि, अम्मि, अम्हि, हं, ग्रह, महये
अम्ह, अम्हे, अम्हो, मो, वयं, भे
द्वितीया
अम्हे, अम्हो, अम्ह, णे
णे, णं, मि, अम्मि , अम्ह, मम्ह, मं, मम, मिमं, अहं
तृतीया
अम्हेहि, अम्हाहि, अम्ह, अम्हे, प्ये
मि, मे, मम, ममए ममाइ, मइ, मए, मे
चतुर्थी व षष्ठी
मे, मइ, मम, मह, मज्झं मज्झ, मम्हं, अम्ह, अम्हें
णे, णो, मज्झ, अम्ह, अम्हें, अम्हे, अम्हो, अम्हाण, ममाण, ममाणं, महाण, महाणं, मज्झाणं
पंचमी .
मइत्तो, मईयो, मईउ, मईहिन्तो, ममत्तो, ममाओ, ममाउ, ममाहि, ममाहिन्तो, ममा, महत्तो, महाओ, महाउ, महाहि, महाहिन्तो, महा, मज्झत्तो, मज्झाो . मज्झाउ, मज्झाहि, मज्झाहिन्तो, मज्झा
ममत्तो, ममायो, ममाउ, ममाहि, ममाहिन्तो, ममासुन्तो, अम्हत्तो, अम्हारो, अम्हाउ अम्हाहि, अम्हाहिन्तो, अम्हासुन्तो, अम्हेहि. अम्हेहिन्तो, अम्हेसुन्तो
सप्तमी
मि, मइ, ममाइ, मए, मे, अम्हम्मि, अम्हस्सि, अम्हत्थ, ममम्मि, ममस्सि, ममत्थ, महम्मि, महस्सि, महत्थ, मज्झम्मि, मज्झस्सि, मज्झत्थ
अम्हेसु, अम्हेसुं, ममेसु, ममेसे, महेसु, महेसुं, मज्झसु, मज्झेसुं, ममसु, ममपुं, महसु, महसुं, मज्झसु, मज्झसुं
प्रकृित रचना सौरम 1
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