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पुल्लिग-क (कौन)
एकवचन
बहुवचन
प्रथमा
द्वितीया
किणा, केण, केणं
तृतीया चतुर्थी पंचमी
कास, कस्स
किणो, कीस, कम्हा, कत्तो, कारो, काउ, काहि, काहिन्तो, का
के, का केहि, केहि, केहि कास, केसिं, कारण, काणं कत्तो, कायो, काउ, काहि, काहिन्तो, कासुन्तो, केहि, के हिन्तो, केसुन्तो कास केसि, कारण, काणं केसु, केसुं
षष्ठी
कास, कस्स
सप्तमी
काहे, काला, कइया, कहि, कम्मि, कस्सि, कत्थ
प्रथमा
द्वितीया
तृतीया
चतुर्थी
नपुंसकलिंग-क (कौन) एकवचन
बहुवचन कि .
काई, काइँ, काणि
काई, काई, कारिण किणा, केण, केणं
केहि, केहि, केहि कास, कस्स
कास, केसि, काग, काणं किणो, कीस, कम्हा, कत्तो, कालो, कत्तो, कारो, काउ, काहि, काउ, काहि, काहिन्तो, का
काहिन्तो, कासुन्तो, केहि,
केहिन्तो, केसुन्तो कास, कस्स
कास, केसि, काण, काणं काहे, काला, कइया, कहि,
केसु, केसुं कम्मि, कस्सि, कत्थ
पंचमी
षष्ठी
सप्तमी
196 ]
[ प्राकृत रचना सौरम
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