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पाठ 84
संज्ञा शब्द
प्रथमा
देवो
देवं
द्वितीया तृतीया चतुर्थी
पंचमी
षष्ठी
सप्तमी
सम्बोधन
अकारान्त पुल्लिग-देव एकवचन
बहुवचन देवा
देवा, देवे देवेण, देवेणं
देवेहि, देवेहि, देवेहि देवस्स, देवाय
देवाण, देवाणं देवत्तो, देवाओ, देवाउ
देवत्तो, देवासो, देवाउ देवाहि, देवाहिन्तो, देवा
देवाहि, देवाहिन्तो, देवासुन्तो
देवेहि, देवेहिन्तो, देवेसुन्तो देवस्स
देवाण, देवाण देवे, देवम्मि
देवेसु, देवेसुं देवो, देव, देवा
देवा इकारान्त पुल्लिग-हरि एकवचन
बहुवचन हरी
हरउ, हरो, हरिणो, हरी
हरी, हरिणो हरिणा
हरीहि, हरीहि, हरीहिं हरिगो, हरिस्स
हरीण, हरीणं हरिणो, हरित्तो, हरीमो, हरीउ, हरित्तो, हरीओ, हरीउ, हरीहिन्तो
हरीहिन्तो, हरीसुन्तो हरिणो, हरिस्स
हरीण, हरीणं हरिम्मि
हरीसु, हरीसुं हरी, हरि
हरउ, हरो, हरिणो, हरी
प्रथमा
द्वितीया
तृतीया चतुर्थी
पंचमी
षष्ठी
सप्तमी सम्बोधन
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[ प्राकृत रचना सौरम
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