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सर्वनाम
अहम्मि / मे / महम्मि
तुमए / तुहम्म/ तुमम्मि
तमि/तस्सि / तह
ताअ / ताइ/ताए
प्राकृत रचना सौरभ ]
मुझ में/मुझ पर
= तुम में / तुम पर
= उनमें / उन पर ( पु. व नपुं. )
= उनमें / उन पर (स्त्रीलिंग)
( 3 ) वह परीक्षा में
(1) वह घर में नाचता है | (2) आकाश में बादल गरजते हैं । मूच्छित होता है । (4) नर्मदा में पानी सूखता है । ( 5 ) सीता घर में कथा सुनती है । (6) वह पोटली पर बैठता है । (7) बुढापे में वाणी थकती है । राम के राज्य में लक्ष्मी बढ़ती है । ( 9 ) उसकी माता घर में पुत्र को पालती है । में नाचते हो ।
( 8 )
( 10 ) तुम हँसकर घर
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अभ्यास
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