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अम्हे/वयं
च
दक्खिऊण आदि डरमो/प्रादि =हम सेना को देखकर डरते
तुम/तुं तुह
तत्ति
लभिऊण/आदि णच्चहि/आदि=तुम तृप्ति प्राप्त करके
नाचते हो।
नोट-इसी प्रकार द्वितीया बहुवचन का प्रयोग करके वाक्य बना लेने चाहिए ।
1. अकारान्त पुल्लिग-नपुंसकलिंग व आकारान्त स्त्रीलिंग पिछले पाठों में समझाया जा
चुका है।
नरिंदराजा
प्रकारान्त पुल्लिग
एकवचन द्वितीया
नरिंदं
बहुवचन नरिंदा
रज्ज-राज्य
अकारान्त नपुंसकलिंग
एकवचन द्वितीया
रज्ज
बहुवचन रज्जाई/रज्जाई/रज्जाणि
प्राकारान्त स्त्रीलिंग
कहा-कथा
एकवचन
बहुवचन कहा/कहाउ/कहानो
द्वितीया
कहं
पुरुषवाचक सर्वनाम
(द्वितीया)
प्रम्ह = मैं, तुम्ह=तुम,
त=वह (पुरुष) ता=वह (स्त्री)
एकवचन उत्तम पुरुष मम/मं/मि मध्यम पुरुष तुम/तुं
बहुवचन अम्हे/अम्हणे तुम्हे/तुज्झे/तुभे/भे
प्राकृत रचना सौरभ ]
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