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________________ पाठ 56 1. निम्नलिखित वाक्यों की प्राकृत में रचना कीजिए--- (क) (1) स्वामी के द्वारा भोजन खाया जाता है। (2) कवि के द्वारा व्रत पाला जाता है । (3) हाथी के द्वारा जल पिया जाता है । (4) दुश्मन के द्वारा तुम ठगे जाते हो । (5) प्रभु के द्वारा हम देखे जाते हैं । (6) मुनि के द्वारा तुम (सब) भेजे जाते हो । (7) माता के द्वारा वह स्तुति किया जाता है । (8) गुरु के द्वारा मैं स्मरण किया जाता हूँ। (9) मित्र के द्वारा हम बधाई दिए जाते हैं । (10) उसके द्वारा धन मांगा जाता है। (ख) (1) भाई के द्वारा मैं पुकारा जाऊँ। (2) उसके द्वारा लकड़ी रंगी जाए। (3) कवि के द्वारा गीत गाया जाए । (4) मेरे द्वारा पत्र लिखा जाए। (5) पिता के द्वारा हम भेजे जाएं । (6) बहिन के द्वारा तुम नमस्कार किए जावो । (7) साधु तुम सब की सेवा करे। (8) मेरे द्वारा वे देखे जाएं । (9) तुम्हारे द्वारा वह स्तुति किया जाए। (10) तुम्हारे द्वारा मैं बाँधा जाऊँ । (ग) (1) शत्रुओं के द्वारा मैं मारा जाता हूँ। (2) हमारे द्वारा दुःख जाना जाए । (3) महिलाओं द्वारा परमेश्वर की स्तुति की जाए। (4) शिशु द्वारा भोजन खाया जाएगा। (5) कवियों द्वारा गीत गाया जाए। (6) योगियों द्वारा शास्त्र सुने जाएंगे । (7) साधु द्वारा तुम बुलाए जाओगे। (8) तपस्वी द्वारा हम स्मरण किए जाएंगे । (9) उसके द्वारा व्रत धारे जाएंगे। (10) मन्त्री उसको नमस्कार करे। (घ) (1) शत्रु के द्वारा वह मारा गया। (2) हमारे द्वारा दुःख जाना गया । (3)शिशुओं द्वारा भोजन खाया गया । (4) मुनि के द्वारा तुम भेजे गये । (5) महिला द्वारा परमेश्वर की स्तुति की गई। प्राकृत रचना सौरभ ] [ 129 ___Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002571
Book TitlePrakrit Rachna Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1994
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size6 MB
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