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श्रीउत्तराध्ययनदीपिकाटीका-२ चण्डप्रद्योत [ राजन्] २७२, २८१ | जह्न [सगरपुत्र] २६१, २६२ चण्डरुद्र [आचार्य]
८ जनुकुमार चनकपुर [ नगर]
जाह्नवी [ गङ्गा]
२६२ चन्द्रगुप्त [ राजन्]
जितशत्रु [ राजन्] २९, ३१, ४०, ४४, ५८, चन्द्र । [युवराजपुत्र] १२९, १३०, ७२, ७७, ११९, २००, २६९, २७३ चन्द्रयशा
जृम्भक [ देव]
१५३ चन्द्रानन [ शाश्वतजिनप्रतिमा ]
ज्येष्ठ [ मास]
३९२ चन्द्रावतंसक [राट] १९५ | ज्वलनप्रभ [ व्यन्तरेन्द्र ]
२६१ चम्पा [ नगरी] २९, ३४, ४५, ६१, १५१, | ज्वाला [ देवी]
२६४, २६५ २६५, २७१, २८१, ३२९, ३३० चाणक्य [ मन्त्रिन्]
ढङ्क[ कुम्भकार] चारुदत्त [पिता]
१९७ | ढण्ढण [ राजकुमार-मुनि] ४२, ४३ चित्र [ चण्डालेश- १९५, १९६, १९७, | ढण्ढणा [ हरिभार्या ] मुनि-जनक] २०१, २०२, २०३, २०९, २११, २१२ | तगरा [ पुरी]
२८, ३१ चित्रसेनक [पिता]
१९८ | तापस [ श्रेष्ठिन्] चुलनी [ राज्ञी] १९६, १९७, २०१ तिन्दुक [ उद्यान] ६०,१७९, २४८ चेटक [नृप] २६९, २७६ | तिष्यगुप्त [वसुशिष्य]
६१ चेटकराज [ नृप]
तीरप्रभास [ जलाशये] तुङ्गिक [शृङ्ग]
४१ जनमेजय [नृप] २६५, २६६ | तोरणपुर [ नगर]
२७४ जमालि [ मुनि-निह्नव] ६०, ६१, ६७ | तोसलिपुत्र [ आचार्य ]
३० जमाली [वीरजामात] | त्रिविक्रम [विष्णु]
२६७ जम्बू[ द्वीप-वृक्ष- २२, ६२, ६५, १३१, सुधर्मशिष्य] १७५, २३६ दण्ड [रत्न]
२६१, २६२ जय [चक्रिन्]
२६७ दण्डक [अरण्य] जयकीर्ति [ सूरीश्वर]
दत्त [ वणिक्-शिष्य-हरि] २८, ३६, २८२ जयघोष [ विप्र-मुनि] ३७६, ३७७, दधिवाहन [ नृप] २६९, २७०, २७१ ३७८, ३८७ दन्तपुर [ विषय]
२६९ जयचन्द्रा [श्रीकान्तापुत्री] २६५ दन्तवक्र [ राट्]
२६९ जयन्ती [ देवी] २८२ | दर्शन [ ]
१९७ जयसेन [ नृप] १३१ दशपुर [ नगर]
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