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हितोपदेशः । परिशिष्ट-१ : हितोपदेशमूलगाथानामकारादिक्रमः ।।
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गाथा
क्रमाङ्क: | गाथा
क्रमाङ्कः
गाथा
क्रमाङ्कः
१८५
३३१ ५१८ २५५ २५९
३१३
२२०
३८७
सीलं सुहतरुमूलं सुकुलुग्गयाहिं सुक्कज्झाणानल सुगयभयवंतसइवा सुन्नमणो वियलत्तं सुयसंघतित्थपमुहं सुरनरतिरिनारीसुं सुररइयकणयमय सुरवइकरकमल सुविसुद्धं सम्मत्तं
१७३ | सुव्वइ य निसामिज्जइ ८२ | संते वि निवइदोसे २८७ सुव्वंति थूलभद्दो
संतेसु संपराएसु २५१ / सुस्सूसाइ पयट्टइ २८४ संभमचलिरचउब्विह
सुहभावमणुपविट्ठो २०९ संसारचारगगयं ३६९ सो होइ नाणविणओ हणइ फिर परकयं १६७ संकाइदोसरहिए २२ हियए ससिणेहो ४५६ संकाकंखविगं(गि)छा ___ २३ हिंसच्चिय नणु
संतम्मि जिणवयणे १५९ | हुज्ज वरमणुवयारी संतम्मि भत्तिराए
२७ |
हुंति गुरू सुपसन्ना संते वि चित्तवित्ते
हेमंते हिमगिरि
२५२
२८१ ४७ ३८६ २२७ ३२६
२५३
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