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१६.
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२०.
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२८.
२९.
आवश्यक निर्युक्त हरिभद्र कृति सहित - प्रका. - भेरुलाल कन्हैयालाल
३०.
आध्यात्मिक विकास-क्रम पं. सुखलालजी
आयारो
आचारांग सूत्र
२५. गणधरवाद
श्रीमत् सुधर्मा स्वामि
-गोपालदास
- रतनलाल डोशी
कर्म ग्रन्थ (कर्म विपाक)
- देवेन्द्र सुरि
आचारांग
-मुनि नथमलजी.
उत्तराध्ययनसूत्र
कर्म ग्रंथ
गीता गोरव
- पं. सुखलालजी
- प्रफुल पटेल
- प. दलसुख मालवणिया
जैन दर्शन मनन और मीमांसा
-मुनि नथमलजी
जैनदर्शन - स्वरूप और विश्लेषण
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- देवेन्द्रमुनि शास्त्री
जैन तर्क - शास्त्र और आधुनिक बहुमूल्यीय तर्कशास्त्र का तुलनात्मक
अध्ययन
- श्रीमति आशा जैन .
जैन धर्म और दर्शन
समत्वयोग
- एक समनवय दृष्टि
- मुनि नथमलजी
जैन, बौद्ध और गीता के आचार दर्शनो का तुलनात्मक अध्ययन
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