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अनुक्रम
प्रथम अध्याय
समत्वयोग
(२) (३)
(१) समत्व का अर्थ तथा परिभाषा
समत्व का स्वरूप समत्वयोग का महत्त्व समत्वयोग और अहिंसा बौद्धधर्म में समत्वयोग भगवद्गीता में समत्वयोग
समत्वयोग और प्लेटो (८) समत्वयोग और कार्लमार्क्स (९) समत्वयोग और महात्मा गाँधी (१०) समत्वयोग और भेदविज्ञान
द्वितीय अध्याय समत्व का आधार शान्तरस् तथा भावनाएँ (१) शान्त रस का अर्थ तथा महत्त्व
साहित्य और धर्म में शान्त रस शान्त रस प्राप्त करने के विभिन साधन (अ) आत्मशुद्धि (ब) भावना
(i) मैत्री भावना (ii) प्रमोद भावना (iii) करुणा भावना
(iv) माध्यस्थ भावना (स) उपासना
६९-११५
(२)
७०
७४
साधना
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