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मुगल साम्राज्य का क्षय और उसके कारण - इन्द्रविद्यावाचस्पति । मूल में भूल- ( भैया भगवतीदास एवं कवि बनारसीदास कृत दोहों पर कानजी स्वामी के प्रवचन) - प्राप्तिस्थान आत्मधर्म कार्यालय, मोटा आंकडिया (काठियावाड़)।
रस सिद्धान्त- डॉ० नगेन्द्र, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली। राजस्थान के जैन शास्त्र भंडारों की ग्रंथ सूची (चार भाग )डॉ0 कस्तूरचंद कासलीवाल, दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र महावीर जी, जयपुर।
रीति काव्य की भूमिका- डॉ० नगेन्द्र, द्वितीय संस्करण, 1953 ई0, , गौतम बुक डिपो, दिल्ली ।
विनयपत्रिका- तुलसीदास, षष्ठ संशोधित संस्करण, संवत् 2007 वि०, साहित्य सेवा सदन, बनारस ।
शास्त्रीय समीक्षा के सिद्धांत- डॉ0 गोविन्द त्रिगुणायत, एस० चांद एंड कम्पनी, दिल्ली।
श्रावक धर्म संस्कृति - स्व० दरयाव सिंह जी सोंधिया, प्रथम संस्करण 1975 ई0, वीर सेवा मंदिर, दिल्ली ।
संस्कृति के चार अध्याय - रामधारी सिंह 'दिनकर'।
सिद्धि सोपान - पं0 जुगलकिशोर मुख्तार, हिन्दी ग्रंथ रत्नाकर, बम्बई । सूर विनयपत्रिका- सम्पादक सुदर्शन सिंह, गीताप्रेस गोरखपुर ।
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हिन्दी जैन भक्ति काव्य और कवि- डॉ० प्रेमसागर जैन, प्रथम संस्करण 1964 ई0, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी ।
हिन्दी जैन साहित्य का परिशीलन ( भाग १ ) - श्री नेमिचन्द्र जैन शास्त्री, प्रथम संस्करण, 1956 ई0, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी।
हिन्दी जैन साहित्य का परिशीलन ( भाग २ ) - श्री नेमिचन्द्र जैन शास्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी।
हिन्दी जैन साहित्य का इतिहास- पं० नाथूराम प्रेमी, हिन्दी ग्रंथ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई |
हिन्दी जैन साहित्य का संक्षिप्त इतिहास - स्व० श्री कामता प्रसाद जैन । हिन्दी नीति काव्य- डॉ० भोलानाथ तिवारी, प्रथम संस्करण 1958 ई०, विनोद पुस्तक मंदिर, आगरा।
हिन्दी भाषा और साहित्य का इतिहास- आचार्य चतुरसेन शास्त्री, विद्यार्थी संस्करण, गौतम बुक डिपो, दिल्ली।
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