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प्राकृत ग्रंथ गोम्मट सार- आचार्य नेमिचन्द्र, पं0 टोडर मल कृत टीका सहित, भारतीय जैन सिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था के महामंत्री पन्नालाल बाक्लीवाल द्वारा प्रकाशित। तिलोयपप्णत्ति (भाग-१)- यतिवृषमाचार्य, सं0 प्रो0 आदिनाथ झा तथा प्रो0 हीरा लाल जैन, पं0 बालचन्द्र शास्त्री द्वारा अनूदित, जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर। दंसणपाहुड- श्री कुंदकुंदाचार्य। द्रव्य संग्रह- श्री ब्रहमदेव की टीका सहित, श्री गणेशवर्णी दिगम्बर जैन ग्रंथमाला, धनबाद, बिहार। पंचास्तिकाय- श्री कुंदकुंदाचार्य। प्रवचनसार- श्री कुंदकुंदाचार्य। भावपाहुड- श्री कुंदकुंदाचार्य। समयसार- श्री कुंदकुदाचार्य, सम्पादक पं0 पन्नालाल। साहित्याचार्य, श्री गणेशप्रसाद वर्णो ग्रथ माला, वाराणसी।
अपभ्रंश ग्रंथ परमात्म प्रकाश- श्री योगीन्दु।
हिन्दी ग्रंथ अध्यात्म पदावली- सम्पादक डॉ0 राजकुमार जैन, द्वितीय संस्करण 1964 ई०, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, वाराणसी। अपभ्रंश और हिन्दी में जैन रहस्यवाद- डॉ0 बासुदेव सिंह, प्रथम संस्करण सं0 2022 वि0, समकालीन प्रकाशन, वाराणसी। अर्धकथानक (कवि बनारसीदास कृत)- सम्पादक पं0 नाथूराम प्रेमी, हिन्दी ग्रंथ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई। अलंकार मंजूषा- लाला भगवानदीन, नवम संस्करण, सं0 2004 वि0, रामनारायण लाल, इलाहाबाद। अलंकारों का स्वरूप विकास- डॉ0 ओमप्रकाश, 1973 ई0, नेशनल पब्लिशिंग हाऊस, दिल्ली।
औरंगजेब- सर यदुनाथ सरकार, नया संस्करण 1970 ई0, हिन्दी ग्रंथ रत्नाकर बम्बई, दिल्ली।
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