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तस्स अणतो भागो सुहुमेगिंदिय कए थोवो ॥५९॥ सेसाणं असुभाणं केवलिणो जोउ होइ अणुभागो । तस्स अणंतो भागो असणिपंचिदिए होइ ॥६॥ सम्मदिछी न हणइ सुभाणुभागं दुवेवि दिट्ठीणं । सम्मत्तमीसगाणं उक्कोसं हणइ खवगोवि ॥६१॥ घाईणं जे खवगा जहण्णरससकमस्स ते सामी । आऊण जहण्णठिईबन्धाओ आवली सेसा ॥१२॥ अणतित्थुव्वलणाणं संभवणा आवलीइ परएणं । सेसाणं इगि सहुमो घाइयअणुभागकम्मंसो ॥६३॥ साइयवज्जो अजहण्णसंकमो पढमदुइयचरिमाणं । मोहस्स चउविगप्पो आउस्सऽणुक्कोसओ चउहा॥६४ साइयवज्जो वेणियनामगोयाण होइ अणुक्कोसो । सव्वेसु सेसभेया साई अधुवा य अणुभागे ॥६५ ॥ अजहन्नो चउभेओ पढमगसंजलणनोकसायाणं। साइयवजो सोच्चिय जाणं खबगो खवियमोहो ॥६६॥ सुभधुवचउवीसाए होइ अणुक्कोस साइपरिवज्जो । उज्जोयरिसभओरालियाण चउहा दुहा सेसा ॥६७
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