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कविराज -स्वयम्भूदेव-विरचित
पउ म चरिउ [अपभ्रंशभाषाग्रथित महाकाव्यात्मक जैन रामायण ] विविध पाठभेद, प्रस्तावना, विशिष्ट शब्दकोष, परिशिष्टादि समन्वित
संपादनकर्ता डॉ: हरिवल्लभ चूमीलाल भायाणी, एम्. ए., पीएच्. डी. (प्राध्यापक, प्राकृत एवं गुजराती साहित्य, भारतीय विद्याभवन, बम्बई)
बन
तृतीय भाग (युद्ध काण्ड एवं उत्तर काण्ड)
प्रकाशनकर्ता अधिष्ठाता, सिंघी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ
भारतीय विद्या भवन, बम्बई विक्रमाब्द २०१६] प्रथमावृत्ति, पंचशत प्रति [ख्रिस्ताब्द १९६० . अन्यांक ३६] .
सर्वाधिकार सुरक्षित [मूल्य रु. १०/५०
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