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क०४१-९,५,१-९]
अण्णेकेत्तर्ह वि सुहङ्कराइँ घण्टा-टङ्कार-मणोहराइँ ससि-सूरकन्त-कर-णिन्भराई पवलय-मालाबोलिराइँ मणि-पउमराय-चण्णुजलाई मुत्ताहल-माला-धवलिया धूवंत-धवल-धुअ-धयवडाइँ सुग्गीवें रयणुजोवियाइँ
सुन्दरकण्डं-छप्पण्णासमो संधि [२८१ [४] सज्जियइँ विमाणइँ सुन्दराइँ ॥१ रुण्टन्त-मत्त-महुअर-सराइँ ॥२ वहु-इन्दणील-किय-सेहराइँ ॥ ३ मरगय-'रिग्छोलि -पसोहिराइँ ॥४ वेडुज्ज-वज-पह-णिम्मलाई॥५ किङ्किणि-घग्घर-सर-मुहलिया ॥ ६ वजन्त-सह-सय-सङ्घडाइँ॥७
विहिँ विणि विमाणइँ ढोइयाइँ ॥८ ॥ घत्ता॥ लक्खण-रामारूढ किह । वेण्णि वि इन्द-पडिन्द जिह ।। ९
वन्दिण-जण-जय-जयकारण सुर-परिमिय-पवर-विमाणेहिँ
[५]
अणेक-पासें किय सारि-सज्ज सुविसाल-सुघण्टा-जुवल-गेज ॥ १ अलि-झङ्कारिय गय-घड पयट्ट विहलइल णिब्भर-मय-विसट्ट ॥२ सिन्दूर-पङ्क-पङ्किय-सरीर सिक्कार-फार-गजण-गहीर ॥ ३ उम्मेदृ गिरकुस जाइ थाइ मल्हन्ति मणोहर वेस गाइँ ॥ ४ अण्णेक-पासें रह रहिय-थट्ट चूरन्त परोप्पर पहें पयट्ट ॥५ स-तुरङ्ग स-सारहि स-कइचिन्ध' णाणाविह-वर-पहरण-समिद्ध ॥ ६ अणेक-पासे वल-दरिसणाई वजन्त-तूर-सर-भीसणा।७।। आयड्डिय-चाव-महासराइँ उग्गामिय-भामिय-असिवराई॥८
॥ घत्ता
॥
अण्णेक-पासें हिंसन्तउ सुकलत्तु जेम्व सुकुलीणउ
हयवर-साहणु णीसरइ। पय-संचारु ण वीसरइ॥ ९
4. 1 PS अण्णेकें. 2 PS रिंछोलिए सोहिराइं (s° ए). 3 PS पोमराय, A °पउरराय. 4 PS A विहि. 5 Pणरिंदजयकारेण, S गरेंदजयकारेण.
5. 1 A °घंटा2. 2 P SA णाइ. 3 P S सतुरंगमसारहि. 4 5 °णरवर. 5 PS पहरणाई ( इ). 6P जेवं, s जैव. 7 A अकुलीणउं.
[४] १ आंदोलिता[नि ]. २ पंक्तिभिः. ३ शोभितानि. ४ संघट्टानि. ५ रामलक्ष्मणौ.
. स. प. च. ३६
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