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पउमचरिउ [क०५,७-१४, ६, ३-९ देहमउ कइ-केयणु सिरि-सहिउ. एयारहम पडिवलु कहिउ ॥७ वारहमउ णयणीणन्दयर तेरहमउ खयराणन्दु वरु ॥८ चउदहमउ गिरि-किंवेरवलु (?) पण्णारहमउ णन्दणु अजउ ॥ ९ सोलहम पुणु को "वि उवहिरउ तडिकेस-'विगमे किउ तेण तउ ॥ १० 5 सत्तारहमउ किकिंन्धु पुणु तहाँ कवणु सुकेसें ण किउ गुणु ॥ ११
अट्ठारहमउ पुणु सूररउ जमु भजेवि तहाँ पइसारु कउँ ॥ १२ तुहुँ एवंहिँ एकुणवीसमउ अणुहुन्छ रज्जु मणे मुएवि मउ ॥ १३
॥ धत्ता ॥ आउ णिहाले मुहूं तं णमहि तहुँ गम्पि दसाणण-राणउ । "जेण देइ पवलु चउरङ्ग-वलु इन्दहाँ उर्वरि पयाणउ' ॥ १४
जं किउ जयकारु णाम-गहणु तं णवर वैलेंवि थिउ 'अण्ण-मणु ॥१ ण करेइ कण्णे वयणाइँ पहुँ जिह पर-पुरिसंहों सु-कुलीण-वहुँ ॥२
एत्थन्तरे दहमुह-दूअऍण अच्चन्त-विलक्खीहूअऍण ॥ ३ 15 णिन्भच्छिउ मेल्ले वि सयण-किय 'जो को वि णमेसइ तासु सिय ॥४
णीसरु तुहुँ आयहाँ पट्टणहों णं तो भिंडु परऍ दसाणणहों' ॥ ५ तं णिसुणेवि कोव-करम्विऍण पडिदोच्छिउ सीहविलम्बिऍण ॥ ६ 'अरें वालि देउ किं पइँ ण सुउ महु महिहरु जेण मुंअहिँ विहुउ ॥ ७ जो णिविसद्धेण पिहिवि कमइ चत्तारि वि सायर परिभमैइ ॥८
॥ घत्ता॥ जासु महाजसेंण रणे अणवसैंण धवलीहूअउ तिहुवणु। तासु वियट्टाहों अभिट्टाहों कवणु गहणु किर रावणु' ॥ ९ 8 This and the next two distichs wanting in A. 9 s एयारहमउं. 10 P गयणा. 11 A पपणारहमउं. 12 P क वि, s कुवि. 13 P अट्ठारहमउं. 14 P 3 किउ. 15 Ps एमहि. 16 A रज. 17 PA मुहूं. 18 A राणउं. 19 P उमरि. 20A पयाणउं. ...6. 1 A लेवि. 2 A पहुं. 3 A पुरिसहुं. 4 A वहुं. 5 P मेल्लवि, 8 मेलबि, A मेल्लिवि. 6 P भिड.7 P भुए विहओ, s भुयेहि हउ. 8 P पिहिमि. 9 P A कमइं. 10 A चेयारि. 11 S A परिभमई. 12 s अण्ण. 13 PS वियट्टहो. 14 P अभिट्टहो, S अभिट्टतो.
[५] १ वियोगे. २ मदः.
[६] १ पराङ्मुखः. २ सज्जनक्रिया. ३ प्रभावे. ४ मत्रिनामेदम्. ५ भूमौ कृतः (१). ६ अ-परवशीकृतेन,
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