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क० २,५-९, ३, १-९] सत्तमो संधि
[२] णिय-णिय-थाणेहिँ णिवद्ध मञ्च महकवि-कवालाव व सु-सञ्च ॥ १ आरूढ सब मञ्चेसु तेसु चामियर-गत्त-मणि-भूसिएK ॥ २ परिभमिर-भमर-झङ्कारिएK णिविडायवत्त-अन्धारिएK ॥ ३ रविकन्त-कन्ति-उज्जालिएK आलावणि-सद्द-वमालिएसु ॥ ४ ॥ मञ्चेसु तेसु थिय पहु चडेवि वम्मह-णड णाडिजन्ति(?) के वि ॥५ भूसन्ति सरीर" वारवार कण्ठाइँ मुअन्ति लयन्ति हार ॥ ६ सुन्दर सच्छार्य वि कणय-डोर अलियं जि घिवन्ति भणेवि थोर ॥७ गायन्ति हसन्ति पुणासणथं अङ्गइँ मोडन्ति वलैंन्ति हत्थं ॥ ८
॥ घत्ता ॥ स-पसाहण सब
थिय सम्मुह वरइत्त किह । 'किर होसइ सिद्धि, आयएँ आसऍ" समय जिहँ ॥ ९
[३] सिरिमाल ताम करिणि वलग्ग णं विज महा-घण-कोडि-लग्ग ॥ १ सयलाहरणालङ्कारिय- दे
णं हे उम्मिलियं चन्द-लेह ॥ २ । अग्गिम-गणियारिहें चडियं धाइ णिसि-पुरउ परिट्ठिय सञ्झ णाइ ॥ ३ दरिसाविउँ णर-णिउरुम्वु तीऍ' णं वण-सिरि तरुवर महुयरीऍ ॥४ उहु सुन्दरि चन्दाणण-कुमारु उग्घाउ ऊहु रणे दुण्णिवारु ॥५ उहु विजयसीहु रिउ-पलय-कालु रहणेउर-पुरवर-सामिसालु ॥६ सयल वि णरवर वञ्चन्ति जाइ अवरागम सम्मादिट्टि णा ॥७ 20 पुर उज्जोवन्तिय दीवि जेम पच्छई अन्धारु करन्ति तेम ॥८ णं सिद्धि कु-मुणिवर परिहरन्ति दुग्गन्धं रुक्खें णं भमर-पन्ति ॥ ९
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2. 1s थाणेहि. 2 P चामीयरग. 3 s भूसियेसु. 4 S झंकारियेसु. 55 °अंधारियेसु. 6 °उजालियेसु. 7 PS आलावणि . 8 A मंसु. 9 P वम्महं. 10 P S A सरीरइ. 11 P कंठाए. 12 P सुपंति, s मुयंति. 13 P लएत्ति. 14 A सच्छाविय. 15 P S अलिउ. 16 s पुणोवि ससस्थ, A पुणोसणस्थ. 17 PS A अंगइ. 18 s चलंति. 19 A हत्था. 20 P S थिअ. 21 PS किहा. 22 5 सि. 23 s आयइ. 24 S भासप. 25s जिहा.
3. 1 P S ताव. 2 s A करिणिहि. 3 SA विज. 4 A °देहा. 5 P उम्मेल्लिअ, S उम्भि. लिय. 6 s चडिया. 7s दरिसावि व पुण णिउरुंचु. 8 P उघाउ ऊहु, S उहुघाउ हु. 93 सम्माइढि. 10s णाइ. 11 This whole line missing in A. 12 P पच्छा. 13 A दुग्गंधि. 14 P रुक्खु, A रुक्खे. [२] १ अनया सह-दर्शनाशा-सिद्धिर्भवति. २ षड्दर्शनानि च. [३] १ तया.
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