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सिंघी जैन ग्रन्थमा ला
के को-*-*-*[ग्रन्थांक ३४ ]
संस्थापक ख० श्रीमद् बहादुर सिंह जी सिंघी
श्री राजेन्द्र सिंह सिंघी तथा श्री नरेन्द्र सिंह सिंघी
प्रधान कांपादक तथा संचालक आचार्य जिन विजय मुनि
कविराज - स्वयंभूदेव- विरचित
पउमचरिउ [अपभ्रंशमाषाप्रथित महाकाव्यात्मक जैन रामायण ] प्रथम भाग-विद्याधरकाण्ड
संपादक डॉ. हरिवल्लभ चुनीलाल भायाणी एम्. ए.; पीएच. डी. ******************+[प्रकाशक]******************* सिंघी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ
भारतीय विद्या भवन, बंबई
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वि. सं. २००९]
[मूल्य १२-7-0
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