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द्वादशं परिशिष्टम् ।
१ तीर्थकरा: अजितनाथ ऋषभनाथ पार्श्वनाथ महावीर भजितस्वामिन् ऋषभस्वामिन् पार्श्वस्वामिन् मुणिसुम्वय भरिट्टनेमि नेमि मल्लिनाथ
वडमाण
वर्धमान वीरजिन
वीरवर सुव्रतस्वामिन्
महागिरि
२ जैनगणधर-पूर्वधरस्थविर-आचार्य-उपाध्याय श्रमण-श्रमणीप्रभृतयः अजापालवाचक आर्यसुहस्तिन् कालिकाचार्य चंडरह
शसक भजकालग
काष्ठ जम्बू
मृगापती शैलकाचार्य अजसुहत्यि उदायिनृपमारक कूलवाल जव
यथाघोष-1 श्रीयक अन्निकापुत्र ऋषभसेन कूलवालक पादलिप्त श्रुतग्राहक सम्भूत भरहनक ओकुरूद्ध
पालित्तग वज्रस्वामिन् सागर अरहमग कपिल केसि पालित्तय वल्कलचीरिन् सिद्धसेनाचार्य भवम्तीसुकुमार कर
क्षुल्लककुमार
पालित्तायरिय वारत्तक सुट्टिय आर्द्रकुमार कविल खंदय पुष्यभूति वारत्तग सुभमस्वामिन् भायखपुट कालक गजसुकुमार पुस्सभूति
सुन्दरी मार्यचन्दमा कालकज गौतम पुस्समित्त विष्णुकुमार स्कन्दक आर्यमहागिरि कालकाचार्य गौतमस्वामिन् प्रभव वैरस्वामिन् स्थूलभद्रस्वामिन् भार्यवन कालगज . धण्डरुन पाही शव्यम्भव
विण्हु
३ जैनश्रमणकुलानि
चन्द्र
नागेन्द्र -
आजीवक आईत कणाद कपिल
४ दर्शनानि दर्शनिनश्च क्षणिकवादिन् तच्च निक मीमांसक
तच्चशिक रक्तपटदर्शन चरकचीरिन् तचमिय वैशेषिक जैन बोटिक
शाक्य
श्वेताम्बर सालय.
सौगत
५श्रमणविशेषाः चक्रधर परिव्राजक
कर्मकारभिक्षु कार्पटिक
पाण्डुसङ्ग
६ जैननिर्वाः जमालि
गोष्ठामाहिल
रोहगुप्त
७ बौद्ध भिक्षवः काकोदाइ
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