________________
१०८ ॥ अहम् ॥
पष्टोद्देशप्रकृतानामनुक्रमः।
सूत्रम्
प्रकृतनाम
पत्रम्
वचनप्रकृतम् प्रस्तारप्रकृतम् कण्टकाद्युद्धरणप्रकृतम् दुर्गप्रकृतम् क्षिप्तचित्तादिप्रकृतम् परिमन्थप्रकृतम् कल्पस्थितिप्रकृतम्
१६०१-१९ १६१९-२७ १६२७-३३ १६३३-३६
१०-१८
१९
१६६६-७६ १६७६-१७१२
-
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org