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पार्श्वनाथ विद्यापीठ ग्रंथमाला सं० १५९
जैन दर्शन में कारण-कार्य व्यवस्था : एक समन्वयात्मक दृष्टिकोण (काल, स्वभाव, नियति, पूर्वकृतकर्म,
पुरुष/पुरुषार्थ का विवेचन)
डॉ० श्वेता जैन अतिथि अध्यापक, संस्कृत-विभाग जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर
भूमिका डॉ० धर्मचन्द जैन
आचार्य, संस्कृत-विभाग जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय
जोधपुर (राज.)
प्रकाशक
पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी प्राच्यविद्यापीठ, शाजापुर (म०प्र०)
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