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डॉ. साध्वी प्रमोदकुमारीजी
(23) रामपुत्त (24) हरिगिरि (25) अम्बड परिव्राजक (26) मातङ्ग (27) वारत्तक (28) आर्द्रक (29) वर्द्धमान (30) वायु (31) पार्श्व (32) पिंग (33) महाशालपुत्र अरुण (34) ऋषिगिरि (35) उद्दालक (36) नारायण (तारायण) (37) श्रीगिरि (38) सारिपुत्त (39) संजय (वेलट्ठीपुत्त) (40) दीवायण (द्वैपायन) (41) इन्द्रनाग (42) सोम (43) यम (44) वरुण
(45) वैश्रमण द्वितीय अध्याय ऋषिभाषित में प्रतिपादित ज्ञानवाद
(1) ज्ञान का महत्त्व (2) भाषा-विवेक (3) ज्ञानमीमांसा का अभाव (4) ज्ञानदान का महत्त्व (5) ऋषिभाषित में कुछ ज्ञानमीमांसीय शब्द
(अ) सर्वज्ञ (ब) विज्ञान (स) बुद्धि मति और मेधा।
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