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कतिकौमुदी-सुकृतसंकीर्तनमहाकाव्यद्वयम् .. पृष्ठ
पृष्ठ सनामसिंह ( शङ्ख, सिन्धुराज) २४,२५१०७, सिन्धुराज (शङ्ख, संग्रामसिंह.) . सु. १३३
१२४, १२९ सिन्धुराजसूनु ( शङ्ख, सामसिंह) की० २०,२१ सण्डेरकगच्छ (श्वेताम्बरगच्छविशेष ) सु० १११ सिन्धुराजात्मज (शङ्ख, सङ्ग्रामसिंह) की. २३ सत्यपुर । नगर)
सु० १३४ सीता ( मन्त्रिसोमपत्नी, अश्वराजमाता) की० १३ सपादलक्ष (जनपद) १०३ सुभट (कवि)
___ की. ४ सरयू ( नदी) की० ५ , ( सेनानायक)
की० ९ साकेत ( अयोध्या)
५ सोम ( मन्त्री, अश्वराजपिता) १३, २५, ९९, सामन्त (भट) की०
१०६.११०,१३१ २४
की० सिंह (नृप)
सोमनाथ (ज्योतिलिङ्ग) २१
४१,१००,१०२.१२१ सोमसिंह (भट )"
की० २५ सिङ्घन ( नृप )
की. १८.१९,२०,२२
सोमेश्वरदेव ( गूर्जरराजपुरोहित ) का० ५,१० सिताम्बर (श्वेताम्बरजैनसंप्रदाय) सु० १०८
सौराष्ट्र (जनपद)
की० ८.४१ सिद्ध (सिद्धराज जयसिंह)
स्तम्भतीर्थ (नगर)
१७,१३३,१३६ सिद्धराज ( जयसिंह) की० ८.१३ . स्तम्भन (तीर्थ)
सु. १३४,१३५ सिद्धसर (सरोवर)
सु. १०२ हिमालय (पर्वत) सिद्धेश (सिद्धराज जयसिंह) की० १३ हरिभद्रसूरि ( नागेन्द्रगच्छीय ) सु० १०८ 'सिद्धाधिपति ( सिद्धराज जयसिंह) सु. १०६ हरिहर ( कवि )
की० सिद्धेश्वर (स्थलविशेष )
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रे (कविकालसर्वज्ञ सर्वतन्त्रसिन्धुपति (सिन्धुजनपदनृप ) की०८
स्वतन्त्र आचार्य) की.
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