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________________ स्पष्टावभासिन् ७२. ९; ७३. २२. स्फटिकाद्युपहितार्थ प्रतिबिम्बोपलम्भ ११८. २. २१. ८,८६. ८; ९९. ६; १०२. १६. १७.९; १०४. २२. ९७. ७. स्मृति ५.१,१५, ९.७, १५.१८, २३, २८, ९९.१५,१०९. ९; १२५. १३. स्मृतिप्रत्यभिज्ञानचिन्ताभिनिबोधात्मिका २३. १. १५. २९. १२५. १८. १०१. २२. ९९. १६. स्फुट स्मरण स्मरणपूर्वक स्मृतिप्रत्यभिज्ञानादि स्मृतिबीज स्मृतिविकल्प स्मृतिव्यधान स्मृतिसंज्ञा चिन्ताभिनिबोधात्मक स्मृतिहेतु स्याच्छब्द स्याज्जीव एव स्यात्कार स्यात्पदप्रयोग स्यादस्त्येव जीवः स्याद्वादनयसंज्ञित स्याद्वादन् स्याद्वादेक्षणसप्तक स्वगुण स्वगुणपर्याय स्वचित्तभाव २१. २३. २१. २६. ६. स्यादवाद २१. १५, १६ ; २२. स्याद्वाद १६.२४; १७. १२, ९०. २४, २९, ९१. ४; ९३. १५, २७. २१. १४. १. ३. १८. ५. १०३. ३. ११. ८; २३. ६; ४५. २५. स्वचित्तमात्रगर्त्तावतारसोपानपोषण ६. ६. ३३. १४. स्वतन्त्र ६२. ४, ८६. २०; १०७. ११; १२२. ३. स्वतः ६. २७; १३. १९; ३६. २२; ३७. १५; ७८. २३; ९२. ५; १०३. १४; ११०. १५; १२५. ४. ९८. २८; ११६.१०. १०९.१०. १३. २२; १२३. ३. स्वतः प्रमाण स्वतः प्रामाण्यविप्रतिषेध स्वतः सत् स्वतः सामर्थ्य विश्लेष स्वतः सिद्ध स्वतः सिद्धि स्वनिर्भासभेद स्वनिर्भासभेदात्मकज्ञान स्वनिर्भासिज्ञान स्वनिश्चयफलापेत लाक्षणिक - दार्शनिकनामसूचिः स्वपक्ष स्वपक्षविपक्ष स्वपर्यय स्व पर्यायभेदानपेक्ष स्वपरज्ञानसन्तानोच्छेदकारण स्वपरपक्षसाधनदूषणव्यवस्था स्वपरप्रतिवेदिन् Jain Education International २१. ७. २. २८; ३. १. २१. २६. २१. २५. २२. १, ३. ८७. १५. ९९. १; १२१. २६. ४१. २८; १००. १९. १२. २९. १३. ६. ११. ६. ९८. २२. ४. ५. १४. २. ११. ६; ४५.६. १३. ८. ८२. २१. ११५. १६. १२६. १९. ५१ ११७. ३१. १२३. १५. ६९. २१. १४. २५. १२०.१८. १२२. ८. १२२. १८. ३९. २७. १०४. २५. स्वप्नादि ११०. १४; ११४. १० ११६. १६. १४. ७. ८४. १४. १०. १९. स्वपरप्रत्यक्ष स्वपरभेदव्यवहारपरिग्रह स्वपरविसंवादव्यसनीयेन स्वपरसन्तानभावना स्वपरसन्तानस्थानसंहारकारण स्वपरस्वभावानुगमव्यावृत्तिवत् स्वपररूप स्वपरात्मन् स्वपरिणामविकल स्वप्नान्तरवत् स्वप्नेक्षणिकादि स्वप्रणीतागम स्थापन स्वप्रदेश ४७. ४; ७८.६. ११६. १६. स्वप्रभवकायवाग्व्यवहारानुमेय स्वप्रमाण निवृत्ति ११०. ३. स्वभाव ५.१७,२१; २०.२०; ६०. २८; ११२. २१. स्वभावकार्यभेद स्वभाव कार्योपलब्धि स्वभावकारणासिद्धि स्वभाव कारणोपलब्धि स्वभावनैरात्म्य १७. २. १०४. २१. ७७. ११. १०४. २३. १४. २४. ११५.७. स्वभावपरभाव स्वभावपरिहारविरोध स्वभावप्रतिबन्ध स्वभावप्रतिबन्धपरिच्छेद १०५. १८. १०६. १४. स्वभावभूतान्यापोहस्वार्थप्रतिपादन १२७. १८. २१. २२. स्वभावभेद ३. १४; २४. २०; ९८. १२; ११०. २१; १२३. ४. ११७.१०. स्वभावभेदानुपलब्धि स्वभावभेदाभावकल्पना स्वभावलाभ स्वभावविप्रकर्ष स्वभावविरुद्धकार्यानुपलब्धि स्वभावविरुद्धव्यापककारणोपलम्भा नुपलम्भप्रयोगभेद स्वभावविरुद्धव्याप्तोपलब्धि स्वभावविरुद्धोपलब्धि स्वभावव्यवसाय For Private & Personal Use Only स्वभावसहचरकारणकार्यभेदपरिग्रह स्वभावसहचरानुपलब्धि स्वभावहानि स्वभावहेतु स्वभावातिशयाधान स्वभावानतिरेचन स्वभावानुपलब्धि स्वभावान्तर स्वभावान्तरग्रहत्याग स्वभावान्तरपरिणामात्मक स्वभावान्तरविवेक ३. १५. १८. २०. ६. २०. १०५.२९. १०६. १. १०५. २७. १०५. १७,३१. ७२. १९. १०५. २८. १०५. ८. १०२. १८; ११० २३. ६. १९. ७०. २२. ६८. १७. १०५. १,२. १०५. १५; ११३.१९. १२३.५. १०४. २४. १०२. १२. www.jainelibrary.org
SR No.002504
Book TitleAkalanka Granthtrayam
Original Sutra AuthorBhattalankardev
AuthorMahendramuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1969
Total Pages390
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size21 MB
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