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श्वासोनी माळामां
(राग : श्वासो की माला में..) श्वासोनी माळामां समरु हुं, तारुं नाम, बनी जावु तारो गुरुमां, करुणा निधान... श्वासोनी माळामां समरु हुं, तारुं नाम (२) संतोनी सेवा करतो रहुं हुं, चरणोमां मस्तक धरतो रहुं हुं, भरी दे तुं झोळी गुरुमां, ओ गुरुमां... श्वासोनी माळामां (२) इच्छा छे मारी तारा जेवो थावं, संयम स्वीकारीने मोक्षे हुं जावं तन मन मारुं गुरुमां, तुज पर कुरबान... श्वासोनी (२) कृपा करो अवी खीले सत्त्व माएं, छोडीने झंझाळो बनी जावू तारो जे दिन हुं विसरु तुजने, छूटे मारा प्राण... श्वासोनी (२) । झालो मारो हाथ हुं भटकी न जावू, सुखोमां रही तुजने विसरी न जावु तारो समजी मुजने आपी दे चरणोमां स्थान... श्वासोनी (२) भक्तोना दिलमा छ जेनुं स्थान, चंद्रशेखर विजयजी अनुं नाम शासनना काजे कयुं छे जीवनने कुरबान (२)...श्वासोनी (२) बनी जावू तारो गुरुमां, करुणानिधान (२) श्वासोनी माळामां समरं छु, तारुं नाम (२)
| जीवन लीला संकेलीने... दुहो : जीवन लीला संकेलीने आदरी नवी सफर, मृत्यु तो होय मानवीना महामानव तो होय अमर... क्यां जईने वसवाट कर्यो गुरु, क्यां जई दरिशन पामुं... क्यां गोतुं सरनामुं.... ||