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बेर हो ना कीसीको कीसीसे,
जूठ
भावना मनमें बदले की होना.... हम चले...
हम न सोचे हमे क्या मिला है,
हम ये सोचे किया क्या है अर्पण, फूल खुशीओं के बाटे सभीको,
सबका जीवन ही बन जाय मधुवन, ' अपनी करुणा का जल तुं बहाकर,
करदे पावन हर ओक मनका कोना... हम चले...
हम को मनकी शक्ति...
हम को मनकी शक्ति देना, मन विजय करे,
दूसरों की जय से पहेले, खुद विजय करे... हमको .... भेदभाव अपने दिलसे, साफ कर शके,
भूल
दोस्तों से से बचे रहे, सच का दम भरे,
हो तो माफ कर के,
दूसरों की जय से पहेले, खुद विजय करे... हमको ....
मुश्किलें पडे तो हम पे, इतना कर्म करे,
साथ दे तुं धर्म का, चलेंगे धर्म पर,
खुद पे होंसला रहे, बदी से न डरे,
दूसरों की जय से पहेले, खुद विजय करे... हमको ...
तुम्ही हो माता पिता...
तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो,
तुम्ही हो बंधु सखा तुम्हीं हो,