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हेलो मारो सांभळो....
(दुहो) सोरठ देशमा संचर्यो, न चढ्यो गढ गिरनार; . सहसावन फरश्यो नहिं, अनो ओळे गयो अवतार... हेलो मारो सांभळो गिरनारना राजा, समुद्र विजयना बेटडा ने शिवादेवीना नंद,
मारो हेलो सांभळो... हो. हुकम करो तो दादा जात्राओ आवं, भवोभवना कर्म खपावी मोक्षे चाल्या जावं,
... मारो हेलो. ऊंचा ऊंचा डुंगराने वसमी छे वाट, केम करीने आq दादा पकडो मारो हाथ,
... मारो हेलो. नर अने नारी तारी जात्राए आवे, चरणकमळ तारा सेवीने,
___ भवसागर तरी जावे... मारो. नेमिनाथ दादानी अद्भूत लीला न्यारी, आ सेवकनो हाथ पकडी,
लई ल्योने उगारी... मारो हे श्रावको मळी सौ यात्राओ आवे,
धनवैभव लूटावी तेतो पुण्यकर्म पावे... मारो
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