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चित्र परिचय ७
22 परीषह
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13. वध परीषह - मारे-पीटे जाने पर, प्रहार करने पर, घात करने पर साधु उन पर लेशमात्र भी क्रोध न करे ।
Illustration No. 7
14. याचना परीषह - भिक्षा माँगने में होने वाले कष्टों से मन में किसी प्रकार की ग्लानि या दुःख उत्पन्न न करें।
15. अलाभ परीषह - गोचरी पर जाने पर भोजन न मिले या थोड़ा-सा आहार प्राप्त हो तो खेद न करे ।
16. रोग परीषह - शरीर में विभिन्न प्रकार के रोग उत्पन्न होने पर मुनि पीड़ा को बिना उद्विग्न हुये समभावपूर्वक सहे ।
(14) Affliction related to alms seeking. (15) Affliction of non-attainment. (16) Ailment related affliction.
17. तृण-स्पर्श परीषह - घास - पुआल की शय्या पर सोने से या मार्ग में चलने से अचेलक साधु को तृण आदि चुभने की पीड़ा होती है, वह समभावपूर्वक सहे ।
- अध्ययन 2, सू. 27-35
(17) Hay or straw related affliction.
22 AFFLICTIONS-3
An ascetic should endure the following affliction with equanimity (13) Punishment related affliction.
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- Chapter 2, Aphorism 27-35
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