________________
55555555555555555555555555555555555555
फफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ
卐
卐
3. During that period of time Shraman Bhagavan Mahavir had an in-house disciple named ascetic Shyamahasti. He was gentle by nature like ascetic Roha and so on up to... he used to sit in the Urdhvajanu posture (with knees erect )... and so on up to ... performed his duties. ४. तए णं से सामहत्थी अणगारे जायसड्ढे जाव उट्ठाए उट्ठेइ, उट्ठित्ता जेणेव भगवं गोयमे तेणेव उवागच्छइ भगवं गोयमं तिक्खुत्तो जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी ।
४. एक दिन उन श्यामहस्ती नामक अनगार को श्रद्धा, संशय ( जिज्ञासा) सन्देह, विस्मय (कुतूहल) आदि उत्पन्न हुए। यावत् वे अपने स्थान से उठे और उठकर जहाँ भगवान गौतम स्वामी विराजमान थे, वहाँ आए। भगवान गौतम स्वामी के पास आकर वन्दन - नमस्कार कर यावत् पर्युपासना करते हुए इस प्रकार पूछने लगे
4. One day that ascetic Shyamahasti was filled with reverence as well as doubt, curiosity and quandary... and so on up to... he got up and came where Bhagavan Gautam was seated. He formally saluted... and so on up to ... paid homage and submitted as follows—
चमरेन्द्र के त्रयस्त्रिंशक देव : सम्बन्धी प्रश्न
QUESTION ABOUT TRAYASTRIMSHAK GODS OF CHAMARENDRA
५- १. [ प्र. ] अत्थि णं भंते! चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगा देवा ?
[ उ ] हंता, अत्थि ।
५-१. [प्र.] भगवन्! क्या असुरकुमारों के राजा, असुरकुमारों के इन्द्र चमर के त्रास्त्रिशक
देव हैं ?
[उ.] हाँ, हैं। (ये देव मंत्री और पुरोहित का कार्य करते हैं ।)
5-1. [Q.] Bhante ! Does Chamar, the king of gods of Asur-kumar gods, has Trayastrimshak gods (ministers or priests ) ?
[Ans.] Yes, he has.
५- २. [ प्र. ] से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ - 'चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगा देवा' ?
[उ. ] एवं खलु सामहत्थी । तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भार
वासे कायंदी नामं नयरी होत्था । वण्णओ । तत्थ णं कायंदीए नयरीए तायत्तीसं सहाया गाहावई समणोवासया परिवसंति, अड्ढा जाव अपरिभूया अभिगयजीवाऽजीवा, उवलद्धपुण्णपावा, वण्णओ जाव विहरति । तएणं ते तायत्तीसं सहाया गाहावई
भगवती सूत्र (४)
(32)
Bhagavati Sutra ( 4 )
5
1 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95
95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 1954 1955 195 19
8 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 959955555 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 95 955555558