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________________ 编编编编编编编编写 अट्ठानवां समवाय नन्दनवन - पाण्डुकवन का अन्तर मन्दर गोस्तूभ पर्वत का अन्तर, दक्षिण भारत का धनुपृष्ठ, सूर्यसंचार, रेवती आदि नक्षत्रों के तारे । निन्यानवां समवाय मंदर पर्वत की ऊँचाई, नन्दन वन के पूर्वी-पश्चिमी चरमान्त का तथा दक्षिण-उत्तरी चरमान्त का अन्तर, सूर्यमंडल का आयाम - विष्कम्भ, रत्नप्रभा पृथ्वी और वानव्यन्तरों के आवासों का अन्तर । सौवां समवाय दशदशमिका भिक्षुप्रतिमा, शतभिषक् नक्षत्र के तारे, सुविधि - पुष्पदन्त की अवगाहना, पार्श्व जिन आयुष्य, विभिन्न पर्वतों की ऊँचाई । अनेकोत्तरिका वृद्धि समवाय विविध विषय द्वादशाङग गणिपिटक बारह अंगों का वर्णन विविधविषय निरूपण राशि-पर्याप्तापर्याप्त आवास-स्थिति-शरीर - अवधि-वेदना - लेश्या - आहार - आयुबन्ध-उत्पादउद्वर्त्तनाविरह- आकर्ष- संहनन- संस्थान - वेद-समवसरण - कुलकर- तीर्थंकर - चक्रवर्ती - बलदेववासुदेव - ऐरवततीर्थंकर-भावी तीर्थंकर - भावी चक्रवर्ती-भावी बलदेव - वासुदेव - ऐरवत क्षेत्र के भावी तीर्थंकर - चक्रवर्ती बल्लदेव - वासुदेव । अतीत अनागतकालीन महापुरुष परिशिष्ट 231 233 234 236 251 296 328 361 // xxvi // 编编编写事编编编编编编编写写与编写
SR No.002488
Book TitleAgam 04 Ang 04 Samvayang Sutra Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherPadma Prakashan
Publication Year2013
Total Pages446
LanguageHindi, Prakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_samvayang
File Size18 MB
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