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२१२-सोहम्मे कप्पे बत्तीसं विमाणावाससयसहस्सा पण्णत्ता।
रेवइणक्खत्ते बत्तीसइतारे पण्णत्ते।
बत्तीसतिविहे णटे पण्णत्ते। सौधर्म कल्प में बत्तीस लाख विमानावास कहे गए हैं।
रेवती नक्षत्र में बत्तीस तारे कहे गए हैं।
बत्तीस प्रकार की नाट्य-विधि (नृत्य) कही गई है। The celestial vehicles (vimans) in the Sodharma heaven have been thirty two. The number of the stars in Revati constellation has been said as thirty two. The dancing methods have been described as of thirty two types.
२१३-इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए अत्थेगइयाणं नेरइयाणं बत्तीसं पलिओवमाइं ठिई 5 पण्णत्ता। अहे सत्तमाए पुढवीए अत्थेगइयाणं नेरइयाणं बत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता। | असुरकुमाराणं देवाणं अत्थेगइयाणं बत्तीसं पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता। सोहम्मीसाणेसु कप्पेसु " | देवाणं अत्थेगइयाणं बत्तीसं पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता।
रत्नप्रभा पृथ्वी में बत्तीस पल्योपम स्थिति के अनेकों नारक कहे गए हैं। इसके नीचे सातवीं पृथ्वी | है जिसमें कितने ही नारक बत्तीस सागरोपम स्थिति वाले कहे गए हैं। कितने ही असुरकुमार देव बत्तीस पल्योपम स्थिति के हैं। सौधर्म-ईशान कल्पों में भी कितने ही देवों की स्थिति बत्तीस पल्योपम कही | गई है।
About Ratanprabha hell it has been said that the life duration of the hellish beings of this hell is thirty two Palyopama. Far below it the seventh hell (land) is situated in which the life span of the infernal beings has been said of thirty two Sagropama duration. The fiendish gods have a life span of thirty two Palyopama duration. The life duration of the celestial beings of Sodharma-Ishan heavens have been said as thirty two Palyopama.
२१४-जे देवा विजय-वेजयंत-जयंत-अवराजियविमाणेसु देवत्ताए उववण्णा तेसि णं देवाणं अत्थेगइयाणं बत्तीसं सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता। ते णं देवा बत्तीसाए अद्धमासेहिं । आणमंति वा, पाणमंति वा, उस्ससंति वा, नीससंति वा। तेसि णं देवाणं बत्तीसवाससहस्सेहिं । आहारट्टे समुप्पज्जइ।
संतेगइया भवसिद्धिया जीवा जे बत्तीसाए भवग्गहणेहिं सिज्झिस्संति बुज्झिस्संति | मुच्चिस्संति परिनिव्वाइस्संति सव्वदुक्खाणमंतं करिस्संति।
-जो देव विजय-वैजयन्त, जयन्त-अपराजित विमानों में देवरूप से उत्पन्न होते हैं, उन देवों की | स्थिति बत्तीस सागरोपम कही गई है। वे देव बत्तीस अर्धमासों (सोलह मासों) के पश्चात् उच्छ्वास
समवायांग सूत्र %%%%%%
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32th Samvaya %%%%%%%%%% %%%%
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