________________
पं. अरुणरिजय म. विरचित
आध्यात्मिक
विकास यात्रा
अयोगी केवली
सयोगी केवली
क्षीण मोह
उपशांत मोह
सूक्ष्म संपराय
अनिवृत्ति चादर
अपूर्व करण
८
सर्व विरति अप्रमत्त
सर्व विरति प्रमत्त
देश विरति सम्यग दृष्टि
अविरति सम्यग दृष्टि
मिश्र
सास्वादन
मिथ्यात्व