________________
पुस्तक का नाम :- कर्म की गति न्यारी भाग - १ लेखक - प.पू. गच्छाधिपति आ.भ. श्री प्रेमसुरि म.सा.
के वडील बंधु एवं गुरुभ्राता प.पू.आचार्य देव श्रीमद्विजय सुबोधसूरीश्वरजी म. के M.A.Ph.D.
हुए विद्वान शिष्य रत्न प.पू.पंन्यास डॉ. श्री अरुणविजयजी गणिवर्य म. प्रूफ संशोधक - मुनि श्री हेमन्तविजय महाराज
चतुर्थ आवृत्ति प्रति - १००० वि.सं.२०६८, वीर सं.२५३८ इ.सं.२०१२ (पूज्य साधु साध्वीजी महाराजों को सप्रेम)
पडतर किंमत ९०/
प्राप्ति स्थान *
वीरालयम् जैन तीर्थ
N.H.4 कात्रज बायपास, मुंबई - बेंगलोर,आंबेगांव(खुर्द)
पो. जांभुलवाडी पुना -४११०४६
गुलाबचंदजी जे. जैन (B-1,3rd मातृआशीष सोसायटी
३९, नेपियन्सी रोड, मुंबई --४०००३६
वीरालयम् जैन तीर्थ A-3 ज्ञात विक्रान्त, 17-B पोद्दार स्ट्रीट,
एस. वी. रोड सान्ताक्रुज (प.) मुंबई - ५४