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तीर्थंकर गोत्र बंध 264
दीप्रादृष्टि 71,72 तीसरा नेत्र 322
दुःख-संयोग-वियोगयोग 14,31 तुच्छौषधिभक्षण (अतिचार) 120 दुष्पक्वाहार 120 तेजोलब्धि 99, 100
देव मूढ़ता 106 तेजोलेश्या 80, 81, 99, 100, 337, 342, देश-कालज्ञाता 263 343, 347
देशविरति 66 त्यागवृत्ति 107, 124
देशावकाशिक व्रत 123 त्याग (श्रमण धर्म) 195, 198 देहजाड्यशुद्धि 171, 173 त्राटक 277
दैवयोग 14,31 त्रिकालज्ञत्व (सिद्धि) 94
द्रव्य ऊनोदरी 239, 240 थैनिटोफीबिया 359
द्रव्य व्युत्सर्ग 268 दत्ति 149, 151
द्रव्य-शुद्धि 122, 167, 373, 383 दर्शन केन्द्र 344,379, 280
धन-धान्य परिमाणातिक्रम 117 दर्शनप्रतिमा 142
धनादि की एषणा 107 दर्शनभावना 312
धर्म अनुप्रेक्षा (भावना) 85, 213, 221, 222 दर्शनविनय 261, 262
धर्म 221, 222 दर्शनसमाधि 312
धर्म (द्रव्य) 222 दर्शनसंपन्नता 129, 138
धर्मकथा 266, 286 दर्शनावरण धर्म 89,98, 288, 302 धर्मध्यान 56, 137, 144, 158, 213, 226, दर्शनोपयोग 201
227,279-295,303,304,311,313 दंडासन 244, 245,318, 219, 327 धर्मध्यान (संस्थान विचय) 21 दन्तवाणिज्य 120
धर्मव्यापार 312 दान 84, 221, 376
धर्मसंन्यासयोग 70, 76 दार्शनिक प्रत्यभिज्ञा 391
धर्मात्मा 222 दार्शनिक योगी 142
धारणा 13, 19, 21, 38, 51,75,93, 175, दावाग्निदापन कर्म 120
276, 277, 287, 290,312, 360 दिक्परिमाण व्रत 117
धूत-अवधूत 18 दिक्परिमाणव्रत के पाँच अतिचार 118 ध्याता 152, 283,370 दिशापरिमाणव्रत 123
ध्यान 13, 15, 16, 17, 18, 20, 21, 32, द्विपद-चतुष्पद परिमाणातिक्रम 117
38, 51, 56, 57, 59, 75, 87, 88,
90, 93, 123, 126, 143, 147, 148, दिव्यासोत (अभिज्ञा) 96
153, 165, 171, 172, 176, 209, दिव्वचक्खु (अभिज्ञा) 96
* 410 * परिशिष्ट .