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आगमज्ञान की आधारशिला : पच्चीस बोल : १२७
कषाय के कारण असत्य का पोषण करने वाले और दुराग्रही होते हैं । दूसरे प्रकार के मिथ्यात्वी वे हैं जिन्हें सत्य-तत्त्व परीक्षा का अवसर नहीं मिला है जिनमें असत्य का कोई पक्षपात नहीं है ।
( आधार : स्थानांग, स्थान ३)
प्रश्नावली
१. दृष्टि से क्या तात्पर्य है ? इसके कितने भेद हैं?
२. सम्यक दृष्टि में जो सम्यक्त्व है उस पर प्रकाश डालिए ।
३. सम्यक्त्वी जीव की वृत्ति और प्रवृत्ति को सोदाहरण समझाइए ।
४. सम्यक्त्व आत्मा का गुण है । वह इन्द्रियों से दिखाई नहीं देता है फिर इसकी पहचान कैसे की जा सकती है?
५. मिथ्यात्व और मिथ्या दृष्टि में क्या अन्तर है ?
६. सम्यक दृष्टि निर्ग्रन्थ साधु के विषय में आप क्या जानते हैं?
७. सम्यक्त्व के पाँच भूषणों का उल्लेख कीजिए ।