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________________ तीर्थंकर : एक अनुशीलन 8 239 | Lerir tvo i co si è as श्री पार्श्वनाथ भगवान के प्रमुख 108 नाम व तीर्थ वर्तमान चौबीसी के 23वें तीर्थंकर श्री पार्श्वनाथ भगवान की आत्मा जब पूर्वभव में देवलोक में देवरूप में विद्यमान थी, तब उन्होंने अत्यंत उत्साह से तीर्थंकर के 500 कल्याणकों पर उपस्थिति दर्ज की व परम भक्ति भाव से मंडित होकर तीर्थंकरों की स्तवना की एवं अन्य देवी-देवताओं को भी प्रेरणा-प्रतिबोध दिया। पुण्योपार्जन की पराकाष्ठा से उनके द्वारा आदेय नाम कर्म व यश नाम कर्म का बंध हुआ जिसके फलस्वरूप शनैः शनैः उनकी सिद्धि-प्रसिद्धि में आशातीत वृद्धि हुई है व अनेक नाम प्रचलित हुए। प्रमुख 108 नाम व उनके प्रसिद्ध मूल स्थल के नाम इस प्रकार हैंश्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ शंखेश्वर, जिला मेहसाणा (गुजरात) श्री जीरावला पार्श्वनाथ जीरावला, जिला सिरोही (राजस्थान) श्री केशरिया पार्श्वनाथ भद्रावती, जिला चंद्रपुर (महाराष्ट्र) श्री स्तंभन पार्श्वनाथ खम्भात, जिला खेड़ा (गुजरात) श्री मनमोहन पार्श्वनाथ कम्बोई, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री जोटीगड़ा पार्श्वनाथ मुजपुर, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री शंखला पार्श्वनाथ शंखलपुर, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री गंभीरा पार्श्वनाथ गांभु, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री गाड़लिया पार्श्वनाथ मांडल, जिला विरमगाम (गुजरात) श्री कलिकुंड पार्श्वनाथ धोलका, जिला अहमदाबाद (गुजरात) श्री शामला पार्श्वनाथ शामला की पोल, जिला अहमदाबाद (गुज.) श्री मूलेवा पार्श्वनाथ पांजरा पोल, जिला अहमदाबाद (गुजरात) श्री ह्रींकार पार्श्वनाथ कालूपुर, जिला अहमदाबाद (गुजरात) श्री सुखसागर पार्श्वनाथ दोशीवाड़ा की पोल, अहमदाबाद (गुजरात) श्री मुहरी पार्श्वनाथ टींटोई, जिला साबरकांठा (गुजरात) श्री पोशीना पार्श्वनाथ नानापोशीना, जिला साबरकांठा (गुजरात) श्री विघ्नापहार पार्श्वनाथ मोटापोशीना, जिला साबरकांठा (गुजरात) श्री स्फुलिंग पार्श्वनाथ वीजापुर, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री नागफणा पार्श्वनाथ विहार, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री कल्याण पार्श्वनाथ वीसनगर, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री मनोरंजन पार्श्वनाथ स्टेशन रोड, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री सुलतान पार्श्वनाथ सिद्धपुर, जिला महेसाणा (गुजरात) श्री डोसला पार्श्वनाथ घोता सकलाणा, जिला बनासकांठा (गुजरात) o comio ja
SR No.002463
Book TitleTirthankar Ek Anushilan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPurnapragnashreeji, Himanshu Jain
PublisherPurnapragnashreeji, Himanshu Jain
Publication Year2016
Total Pages266
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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