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जैन जाति महोदय.
( १९) बाललग्न और अनमेल विवाह
, विद्वानों की सम्मतिए वृद्ध विवाह .... .... कन्याविक्रय का क्रूर व्यपार.... विधवानों का करुण रूदन.... सामाजिक व्यर्थ खर्च .....
..... ६६ साधारण जनताकी दुर्दशा....
....१०२ बालरक्षण और माताओं का कर्तव्य .....१०९ दम्पति जीवन और गृहस्थाश्रम
....११४ शुद्धि और संगठन ....
...१३२ जाति न्याति और संघ शृंखला
....१४१ जैन समाज की वीरता ....
...१४७ , के दयातत्व की विशालता
...१४९ की वृद्धि और हानी....
....१५० की ऐकता व फूट .... का विद्याप्रेम .... की शिक्षा प्रणाली....
का स्वामि वात्सल्य.... , के मन्दिर और प्रतिष्ठाएँ
की मूर्तियों .... , ,, मूर्तियों पर श्रद्धा... ....
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का व्यापार