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________________ आदि जितनी भी अच्छी-अच्छी देखने जैसी जगह है वहाँ घूमा लाओ। (इस प्रकार 10-11 महिनें घूमने-फिरने में ही गुज़र गये। एक दिन पिक्चर देखने के बाद डॉली और समीर घर आ रहे थे तब किसी शॉपींग मॉल में डॉली ने एक सुंदर ड्रेस देखी। डॉली ने समीर से वह ड्रेस खरीदने के लिए फोर्स किया पर लेट होने के कारण समीर डॉली को वहाँ से ले गया। डॉली को वह ड्रेस इतना पसंद आ गया था कि उसके मन से निकलने का नाम ही नहीं ले रहा था। इसी बीच कुछ दिनों के बाद डॉली का बर्थ-डे आनेवाला था। डॉली को बताये बिना समीर ने उसके लिए सरप्राईज पार्टी अरेंज करने की प्लानिंग बनाई और देखते ही देखते बर्थ-डे का दिन भी आ गया। सुबह उठते ही डॉली को अपने कमरे का नज़ारा कुछ अलग ही लगा। तभी हाथ में फूलों का गुलदस्ता लेकर समीर आया। डॉली को तो कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब क्या है ?) समीर : हेप्पी बर्थ डे टू यू, हेप्पी बर्थ डे टू डीयर डॉली! हेप्पी बर्थ डे टू यू (इतना कहकर उसने गुलदस्ता डॉली को दिया।) डॉली : समीर ! आज मेरा जन्म दिन है। मैं तो भूल ही गई थी। समीर मुझे बिलीव नहीं हो रहा है कि तुम्हें मेरा बर्थ डे याद है और मैं खुद भूल गई। यह सब तुमने मेरे लिए किया। थैक्स समीर! तुम मुझे कितना प्यार करते हो। समीर : रें डॉली, मैं तुम्हारा बर्थ-डे याद नहीं रखूगा तो और कौन रखेगा? तुम ही तो मेरी सब कुछ हो। (सुबह उठते ही मिले इस सरप्राईज से डॉली की खुशी का कोई पार नहीं था।) - (अपने सुखी जीवन की कल्पनाओं में खोई डॉली तैयार हुई और दोनों घर पर आये। घर में कदम रखते ही शबाना और समीर की तीनों बहनों ने भी उसे विश कर गिफ्टस दिए। शबाना ने डॉली का फेवरेट गाज़र का हलवा बनाकर उसे अपने हाथों से खिलाया। सभी का इतना प्रेम देखकर डॉली की आँखों में आँसू आ गये। इतना सब कुछ होने के बाद तो अब डॉली के मन में अपने माता-पिता के प्रति नफरत और भी बढ़ गई। उसे ऐसा लगने लगा कि जयणा और मोक्षा के लेक्चर सुनकर उसने फालतु में अपना समय बर्बाद किया। डॉली को विश्वास हो गया कि समीर के साथ शादी करने का उसका निर्णय सही था। उसे जयणा और मोक्षा की बातों तथा उनकी सोच पर हँसी आने लगी। शाम को समीर डॉली को होटल ले गया। होटल के बाहर वॉचमेन ने भी डॉली को विश किया। यह देख डॉली आश्चर्यचकित हो गई) (डॉली कुछ पूछे उसके पहले समीर हाथ पकड़कर उसे अंदर ले गया और अंदर पहुँचते ही समीर द्वारा बुलाए गए दोस्तों की, मेहमानों की तथा म्यूज़िक की आवाज़ से हॉल गूंज उठा।) __Happy Birthday to u.... Happy Birthday to Dear Dolly ....
SR No.002438
Book TitleJainism Course Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManiprabhashreeji
PublisherAdinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi
Publication Year2012
Total Pages200
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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