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________________ सुखी होने के दस रास्ते : (1) व्यवहारिक बनो । (2) बहुत ही कम बोलो । ( 3 ) सोचो, फिर कुछ बोलो । (4)पहले लिखो ! बाद में दो । (5) काम में सदैव व्यस्त रहो । (6)सबको सम्मान देकर बुलाओ । (7) अपनी गलतियों को तुरंत स्वीकारो । (8) सबकी राय लेकर ही निर्णय लो । (9) स्वहित अथवा परहित के लिए कभी, ना कहना भी सीखो। (10) बिना जरुरत कभी खरीदी ना करो । दु:खी होने के दस रास्ते : (1) बिना मांगे किसी को सलाह देना । (2) बिना कारण ही झूठ बोल देना । ( 3 ) किसी का भी विश्वास न करना । (4) किसी के लिए कुछ भी न करना । (5) लेन-देन का ठीक से हिसाब न रखना । ( 6 ) हमेशा स्वयं के लिए ही सोचना । (7) भूतकाल के सुखों को याद करना | (8) कोई भी काम समय से न करना । (9) स्वयं की बातों को ही सत्य बताना । (10) रोज देरी से सोना, देरी से उठना । SUPER STOCK superstock.com
SR No.002437
Book TitleJainism Course Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManiprabhashreeji
PublisherAdinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi
Publication Year2012
Total Pages232
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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