SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 63
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बाते छोटी मगर बड़े काम की कमर का दर्द * अजवायन और गुड़ समान भाग में मिक्स करके सुबह और शाम खाने से कमर का दर्द दूर होता है ।। * सूंठ का पाउडर गरम पानी के साथ लेने से कमर का दर्द दूर होता है। * सूंठ और हिंग डालकर तेल गरम करके उसकी मालिश करने से कमर का दर्द तथा शरीर अकडाया हो तो वह भी दूर होता है। जांघा का दर्द भी दूर होता है। * जायफल को सरसों के तेल में घिसकर मालिस करने से जांघा का दर्द दूर होता है। * लविंग का तेल घिसने से संधिवा का दर्द दूर होता है। * मेथी को थोड़े घी में सेककर उसका आटा बनाना, उसमें गुड़ और घी डालकर लड्डु बनाना। यह लड्डु 810 दिन खाने से कमर का दर्द और संधिवा दूर होता है। अकड़ाये हुए अंग छूटे पड़ते है। गले का दर्द * गरम पानी में हिंग डालकर पीने से आवाज़ बैठ गई हो तो खुल जाती * गरम किए हुए दूध में थोड़ी हल्दी डालकर पीने से बैठा हुआ गला खुल जाता है। * लविंग को थोडा सेककर मुंह में रखकर चूसने से गले का सूजन दूर होता है। * भोजन करने के बाद काली मिर्च (ब्लेक पेपर) का पाउडर घी के साथ चाटने से कान का दर्द * तिल के तेल में हिंग डालकर गरम कर उस तेल की बूंदे कान में डालने से कान का दर्द दूर होता है। * तुलसी के रस की बूंदे कान में डालने से कान का दर्द और सनके मारने दूर होते हैं। पस निकलता हो तो वह भी बंद हो जाता है * तेल में थोड़ी राई वाटकर (पिसकर) कान के सूजन पर लगाने से सूजन दूर होता है ।
SR No.002437
Book TitleJainism Course Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManiprabhashreeji
PublisherAdinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi
Publication Year2012
Total Pages232
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy