SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 54
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ रात बासी पदार्थ का त्याग जिन खाद्य पदार्थों में पानी का अंश रह जाता हो, वे सभी प्रकार के पदार्थ को रात-बासी माना जाता है। जहाँ पानी होता है वहा अवश्य जीवोत्पत्ति हो जाती है। यहाँ पर दर्शाये गये सभी फरसाण और मिठाईयों को रात-बासी माना गया है। सीझनल टाईम लीमीट वाले पदार्थ जिन खाद्य पदार्थों में पानी का अंश नहीं बचा हो या जिन्हें पूरी तरह सुका (डीहाईड्रेट) बनाया गया हो वे फरसाण और मिठाईयाँ शीत काल में 30 दिन, उष्णकाल में 20 दिन और वर्षाकाल में 15 दिन चल सकती है। उसके बाद वे अभक्ष्य बन जाते हैं और इसके पहले भी यदि वे खराब हो जाते है तो वे अभक्ष्य बन जाते हैं। प्राणीजतत्त्व से बनने वाले सभी पदार्थ अभक्ष्य होते है। बाज़ार में मिलते अनेक खाद्य एवं अन्य पदार्थों में प्राणीजतत्त्व, केमीकल्स और जंतुनाशक पदार्थ होते है। उनका उपयोग करने से पूर्व यह जान लेना चाहिए कि कहीं उनके प्राणीज तत्त्व तो नहीं है। इनके उपयोग से हमें मांसाहार का दोष लगता है। यहाँ दिये गये सभी पदार्थों में किसी न किसी रूप में प्राणिज पदार्थ उपयोग होते हैं। RSITEOS TUR PADKG mentos bom TOS STATURAA
SR No.002437
Book TitleJainism Course Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManiprabhashreeji
PublisherAdinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi
Publication Year2012
Total Pages232
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy