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अनुक्रम
प्रकरण
पेज नं. प्रथम अध्याय
१-३८ प्राचीन साहित्य में श्रीकृष्ण के स्वरूप का उद्भव . . एवम् विकास द्वितिय अध्याय
३९-७० हिन्दी जैन साहित्य में कृष्ण-कथा का स्वरूप, उसकी रूपरेखा तथा प्रमुख घटनाएँ ततीय अध्याय
७१-१४ हिन्दी जैन साहित्य में कृष्ण का स्वरूप वर्णन चतुर्थ अध्याय
११५-१६५ वैदिक काल से आधुनिक काल तक वैष्णव साहित्य में कृष्ण के स्वरूप-विकास और हिन्दी जैन साहित्य में कृष्ण के स्वरूप विकास से - उसकी तुलना . परिशिष्टसंदर्भ ग्रन्थ सूची