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________________ 27 लेखन कार्य की व्यस्तथता के अवसर पर मेरे पति और परिवार के सदस्यों का जो समय-समय पर सराहनीय प्रेरणा व सहयोग मिलता रहा उसे शब्दों में वर्णन करना मुश्किल है। इस पुस्तक को प्रकाशित करने के लिए पार्श्व इन्टरनेशनल शैक्षणिक और शोधनिष्ठ प्रतिष्ठान (अहमदाबाद) प्रति मैं हार्दिक आभार व्यक्त करती - इस प्रयास में मेरा अपना कुछ भी नहीं है, सभी गुरुजनों का दिया हुआ है । इसमें मैं अपनी मौलिकता का भी क्या दावा करूँ। मैने तो अनेकानेक आचार्यों, विचारकों एवं लेखकों के शब्द एवं विचार-सुमनों का संचय कर माँ सरस्वती के समर्पण हेतु इस माला का ग्रंथन किया है; जिसे आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ। क्रिश्ना ग्राफिक्स, अहमदाबाद को सुन्दर छपाई के लिए धन्यवाद • देती हूँ। और पुस्तक की कवर डिज़ाइन तथा सुंदर फोटोग्राफ्स के लिए किरीट ग्राफिक्स के श्रेणिकभाई को धन्यवाद । प्रीतम सिंघवी
SR No.002432
Book TitleDan Amrutmayi Parampara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPritam Singhvi
PublisherParshwa International Shaikshanik aur Shodhnishth Pratishthan
Publication Year2012
Total Pages340
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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